Monday, March 24, 2014

स्वामी स्वरूपानद जी आप कहाँ थे ?

स्वामी स्वरूपानद जी आप कहाँ थे ?

- जब निहत्थे गौभक्तों के ऊपर इंदिरा ने गोलियां चलवाई थी 
- जब राम जन्म भूमि आदोलन कारियों पर गोलियां चल रही थी.
- जब प्रज्ञभारती जी बेगुनाह जेल में बंद थी 
- जब हिन्दू धर्म गुरुओं पर मिथ्या आरोप लगा कर उनको जेल में डाला जा रहा था 
- जब हिन्दू मजार पूजक बन रहा था 
- जब लव जिहाद में हिन्दू कन्याएं फंसाई जा रही थी
- शंकराचार्य जी क्या आपको पता है श्रीनगर में एक शंकराचार्य पहाड़ी है जिसका नाम बदला जा रहा है
- क्या आपको पता है अनंतनाग को अब इस्लामाबाद के नाम से जाना जाता है



तोंद फुलाकर मखमल के गद्दे पर बैठकर अपनी आरती उतरवाना इन्हे व्यक्ति पूजा नहीं लगती परंतु हर हर मोदी का नारा इन्हे व्यक्ति पूजा लगता है

अरबो रुपये कमाने के लिये विदेशी जहर बेचने वाले को क्रिकेट का "भगवान" कहे जाने पर इन्हे हिन्दू धर्म का अपमान नहीं होता परंतु हर हर मोदी का नारा इन्हे व्यक्ति पूजा लगता है

जब फिदा हुसैन हमारी देवियो के नंगे चित्र बनाता है तब कुछ नहीं बोलते ये धर्म के ठेकेदार परंतु 100 करोड़ हिन्दुओ के हित की बात करने वाला व्यक्ति इन्हे साम्प्रदायिक लगता है 

जब शराब की बोतलो पर हुमारे देवताओ के चित्र बनाये जाते है तब इन्हे आपत्ति नहीं होती , जब भारत का उपराष्‍ट्रपति आरती की थाली पकड़ने से इंकार कर देता है तब इन्हे आपत्ति नहीं होती , जब भारत का ग्रह मंत्री तिलक लगवाने से इंकार कर देता है तब इन्हे आपत्ति नहीं होती 
परंतु कोई नेता टोपी पहनने से इंकार कर देता है तो इनके "स्थान विशेष" में आग लग जाती है 

थू है ऐसे धर्म के ठेकेदारो पर 

मिशनरी स्कूल में होली खेलकर आने पर सजा दी गई, दो लडकियों ने आत्महत्या की... उल्लेखनीय है कि सोमवार को होली थी और सात सहेलियों ने स्कूल परिसर के बाहर होली खेली थी, फिर भी उन्हें स्टाफ रूम के बाहर अपमानित किया गया. इससे पहले भी मेहंदी लगाने, बिंदी लगाने अथवा चूड़ी पहनकर स्कूल आने पर मिशनरी स्कूलों में सजा की कई खबरें आम हो चुकी हैं... 

"हर-हर मोदी" पर आपत्ति जताने वाले "चर्बीगोला" शंकराचार्य जी यदि आप होली को हिन्दू त्यौहार मानते हों, तो कभी कभार ऐसे मुद्दों पर भी अपने श्रीमुख से कुछ उचरा कीजिये ना... या सिर्फ सिंहासन पर बैठकर बादाम ही खाते रहेंगे... 

- क्या शुक्राचार्य ने कभी सरेआम हिन्दू धर्म को गरियाने और नीचा दिखाने वाले ज़ाकिर नाईक के खिलाफ कोई अभियान चलाया है?

- क्या संकटाचार्य ने कभी मकबूल फ़िदा हुसैन द्वारा बनाई गई नग्न देवियों के चित्रों पर हिन्दू धर्म के लिए कुछ किया है?

- क्या "चर्बीगोला" ने कभी रामसेतु के मुद्दे पर सरकारों / प्रधानमंत्रियों के कान खींचे हैं, अपने एसी आश्रम से बाहर आकर कभी इस मुद्दे पर जनजागरण किया?

- क्या "लाल तम्बूरे" ने कभी मिशनरी हत्यारों द्वारा स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या पर आदिवासियों के बीच जाकर जागृति पैदा करने की कोशिश की है??

"हर-हर मोदी" उदघोष पर अपनी आपत्ति अपने पास ही रखिए महाशय...

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हर-हर मोदी... हर-हर मोदी... हर-हर मोदी... हर-हर मोदी... हर-हर मोदी... हर-हर मोदी... हर-हर मोदी...

तब तेरा धर्म कहाँ गया था जब........................
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कर्ण तब उलझ गया जब उसके रथ का एक पहिया धरती में धँस गया। तब कर्ण अपने रथ के पहिए को निकालने के लिए नीचे उतरता है और अर्जुन से निवेदन करता है की वह युद्ध के नियमों का पालन करते हुए कुछ देर के लिए उसपर बाण चलाना बंद कर दे।
तब श्रीकृष्ण, अर्जुन से कहते हैं कि कर्ण को कोई अधिकार नहीं है की वह अब युद्ध नियमों और धर्म की बात करे, जबकि स्वयं उसने भी अभिमन्यु वध के समय किसी भी युद्ध नियम और धर्म का पालन नहीं किया था। उन्होंने आगे कहा कि तब उसका धर्म कहाँ गया था जब उसने दिव्य-जन्मा द्रौपदी को पूरी कुरु राजसभा के समक्ष वैश्या कहा था। द्युत-क्रीड़ा भवन में उसका धर्म कहाँ गया था। इसलिए अब उसे कोई अधिकार नहीं की वह किसी धर्म या युद्ध नियम की बात करे
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स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के कांग्रेस से कितने गहरे रिश्ते है ये हर कोई जनता है की जब एक बार एक पत्रकार ने उनसे कह दिया था की जनता ने मोदी जो अपना प्रधानमंत्री चुन लिया है तो इन्होने उसको सबके सामने चांटा मार दिया था..
और ये महापुरुष तब कंहा थे जब :-
• कांग्रेसियों ने सोनिया को दुर्गा माँ के अवतार मे बनाया था..
• जब मीडिया एक खिलाडी को “भगवन” का दर्जा देता है
• जब ये मीडिया संकट मोचक की उपाधि किसी खिलाडी को देता है..
• ओवैसी भगवान् राम को गालियाँ दे रहा था
• जाकिर नाइक भगवान् गणेश का मज़ाक उड़ा रहा था
• कमाल खान (सपा मुंबई प्रत्याशी) ने लिखा था की संगम किनारे हिन्दू औरतों को नहाते देखने में बड़ा मज़ा आता है और उसने दुसरे लोगो से अपील भी की थी आप भी जा कर देखो
• समाज वादी पार्टी के मंत्री आजम खान जिसने भारत माँ को डायन कहा
• महान चित्रकार एम् एफ हुसैन जो हिन्दू देवियों की नंगी तस्वीर बनाता था ...

तब तो अपने मुंह सिल कर बैठे थे आज धर्म बता सिखा रहे हो.....
धिक्कार है..स्वरूपानंद जी
आपने तो अब एक नया नारा दे दिया सब को “हर एक-एक के मोदी.. घर-घर के मोदी”...

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