Thursday, December 26, 2013

केजरीवाल के लिए जमींन तौयार

आखिर CIA/मिशनरियो/काग्रेस/विदेशी एजेंसियों के गठजोड़ का कार्य प्रणाली चुनाव से पहले सामने आ ही गयी.......

अगले 4 महीने बाबा-मोदी-स्वामी समर्थको को बड़ी चुनौतिया...........

प्लान : “राष्ट्रवादियो की एक मात्र आशा केंद्र मोदी ही रहेंगे अगले 4 महीने विदेशी एजेंसियों के निशाने पर, केजरीवाल को मिडिया प्रचार दूसरी प्राथमिकता, बाबा रामदेव पर व्यक्तिगत हमले जारी रहंगे.”

भारत स्वाभिमान की स्थापना करने वाले “राजीव दिक्सित” की मौत से बहुत पहले ही विदेशी ताकतों ने केजरीवाल के लिए जमींन तौयार करना शुरू कर दिया था जिससे राजीव दिक्सित के मरने से खाली स्थान को अपने एजेंट के जरिये भरा जा सके. राजीव दिक्सित को 30/११/2010 को मौत के बाद केजरी बाबा रामदेव के मंच पर सक्रिय होकर पहले राष्ट्रवादी भारत स्वाभिमानियो का विश्वास हासिल किया फिर मिडिया के माध्यम से बाबा के आन्दोलन को “हाइजैक” करके अनशन की नौटंकी करके सबको गुमराह लिया. जिसमे अन्ना/केजरी गिरोह को दुनिया के सबसे इमानदार व्यक्ति पेश किया गया.

विदेशी ताकतों का मुख्या उद्देश्य “भारत स्वाभिमान पार्टी” को अस्तित्व में आने से किसी भी प्रकार रोकना था जिसमे राजीव की मौत के बाद वे उसमे कामयाब हो गए लेकिन जनता केबीच में पैदा हुई बेचैनी को समाप्त करने के लिए “अन्ना के अनशन का सहारा” को मिडिया का खूब कवरेज दिया. उसी के बाद बाबा द्वारा युवाओं को साथ लेकर कालाधन और व्यवस्था परिवर्तन को लेकर जो मुहीम चली उसको हिंसा के जरिये दबाया गया और बाबा को मिडिया में खूब बदनाम किया गया.

राष्ट्रवादी –हिन्दुत्ववादी भारतीयों तब जमकर जोश आ गया जब मोदी स्वयं खुलकर बाबा के साथ आ गए और एक नई आशा नए ताकत के साथ जगी जिसमे डॉ.स्वामी का बहुत ही ज्यादा योगदान रहा. निर्णय हुआ की नै पार्टी न बनाकर मोदी को ही आगे करके बीजेपी को धुर राष्ट्रवादी पार्टी में बदल दिया जाये जिसमे राष्ट्रवादी शक्तिया अभी तक कामयाब रही है. मोदी को कमान देने कांग्रेस भौचक्की भी है और उसकी ग़लतफ़हमी भी दूर हुई है. मिडिया पर शिकंजा कसने के बाद भी कांग्रेस के सफाए से ये शक्तिया अव केजरीवाल मिडिया प्रचार और मिडिया में मोदी का चारित्रिक हनन से युवाओं को ध्रुवीकृत करने का प्रयास कर रही है और मोदी पर नैतिकता पर सवाल खड़ाकर करके युवाओं का ध्यान भटकाने की योजना पर काम कर रही है और इसे हरी झंडी मिल गयी है, सोसल मिडिया पर कांग्रेस की पकड़ न होने से कांग्रेस टीवी और अख़बार के जरिये आक्रामक रुख अपनायेगी.

आने वाले दिनों में कांग्रेस और उनके आका मोदी के चारित्रिक पतन को बड़ी खबर बनाकर पेश करेंगे जिसमे मक्कार मिडिया माफिया का सबसे बड़ा रोल होगा और बेव साईट के जरिये खुलासे के नाम पर हिन्दुओ और राष्ट्रवादियो को गुमराह किया जायेगा. अपना सफाया देख कांग्रेस अब विदेशी एजेंसियों के इशारे पर काम करने वाले केजरीवाल को मोदी के आगे चुनौती बनाकर पेश करेगी. अगले चार महीने बाबा-मोदी-स्वामी समर्थको के लिए बहुत ही चुनौतियों भरे होंगे. दिल्ली में सब कुछ पूर्व प्रायोजित तरीके से हो रहा है. मोदी की ताकत कम करने के लिए सब कुछ किया जायेगा.

राष्ट्रवादियो को संयम से लगातार काम करना होगा क्योकि हमारे एजेंडे में अर्थक्रान्ति-गो-हत्या-रोजगार-खनिजो की लूट-योग-आयुर्वेद-विषमुक्तकृषि-सौर्य बिजली-जल संरक्षण-महगाई-राष्ट्रवादी शिक्षा जैसी अतिमहत्वपूर्ण भारतीयतावादी और हिंदुत्ववादी मुद्दे हैं.

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