Tuesday, June 25, 2013

कल थी शब-ए-बारात








बीती रात दिल्ली के इंडिया गेट और उसके आसपास के इलाकों में बाइकर्स ने जमकर बवाल काटा. करीब 5 हजार की संख्या में बाइकर्स इकट्ठा हुए और ट्रैफिक नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाईं. इन सब के बीच 6 पुलिसवाले घायल भी हुए.
इस दौरान बाइकर्स ने खतरनाक ढंग से स्टंट किए, खूब हुड़दंग मचाया और कई जगहों पर जाम भी लगाया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हल्का बल भी प्रयोग किया. पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है.

पुलिस ने बाइकर्स को काबू में करने की रात में काफी कोशिशें की लेकिन 5 हजार की तादाद में आए बाइकर्स किसी की सुनने को तैयार नहीं थे. पुलिस ने लाठीचार्ज किया और इन्हें भगाने की कोशिश की जिसमें कुछ पुलिसवाले भी घायल हो गए.

बाइकर्स रातभर कानून को ताक पर रखकर हुडदंग मचाते रहे, हांलाकि इनमें शामिल कुछ बाइकर्स से जब आजतक ने बात की तो उन्होंने भी माना की उनसे गलती हो गई है.
और भी...
कल रात मुस्लिम बाइकर्स का दिल्ली में हुडदंग जिसे मीडिया ने छिपाया: कल रात करीब ११ बजे दिलशाद गार्डन मेट्रो स्टेशन पर मोजूद मेरे एक खास मित्र और मेरे बीच मोबाइल पर बात हो रही थी तभी वो घबराकर बोला की कुछ गड़बड़ है, मैंने पुछा क्या हुआ तो उसने बताया की लगभग २०० - २५० बाइक पर सैकड़ो मुस्लिम टोपी लगाए युवक सवार हैं जो हुडदंग मचा रहे हैं और आते जाते लोगो को गली दे रहे हैं। तब वो वहां से संभलकर अपने घर पंहुचा क्यूंकि वहां की स्तिथि किसी अनहोनी की आशं कर रही थी। आज सुबह उसने मुझे बताया कि किसी न्यूज़ चैनल ने एक छोटी सी रिपोर्ट दिखाई है की कल रात इंडिया गेट पर बाइकर्स का हुडदंग में कई लोग और पुलिसवाले घायल हुए है लेकिन मीडिया ने ये बात छुपायी की वो सभी मुस्लिम थे क्यूंकि उसके हिसाब से कहीं न कहीं दिलशाद गार्डन पर उसे दिखे बाइकर्स भी उसी ग्रुप में इकठ्ठा हुए होंगे। अब आप ही अंदाजा लगाएं की दिल्ली की शाशन व्यवस्था किसके भरोसे है और एक विशेष समुदाय को कैसे यहाँ की व्यवस्था का बलात्कार करने की छूट प्राप्त है
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आज सुबह एक छोटा सा क्लिप दिखाया गया था न्यूज़ चेनल पर , की रात दिल्ली में बाइक सवारों ने स्टंट कर उत्पात मचाया , जिसमे कुछ पोलिस कर्मी भी घायल हुए , और आम जन को भी चोटे आई |
पर मीडिया द्वारा इस बड़ी खबर को छोटी सी बता कर सच छुपा लिया गया ,
कल थी शब-ए-बारात , मुसलमानों का त्यौहार , जिसका अर्थ होता है शब=रात , बारात=बरी होना , आजाद होना |
जैसा की हम जानते है मुसलमानों के हर काम उलटे होते है , यह शब-ए-बारात भी , दिन में नहीं सूर्यास्त के बाद रात में शुरू होती है , जिसका जश्न कहा जाता है की दुआ मांग कर मनाया जाता है , (भाई फिर साल भर ५ बार doggie position में क्या करते है यह जब त्यौहार पर भी सिर्फ दुआ ही मांगते है तो )
दरअसल कल रात को बरी होने का जश्न मनाया गया दिल्ली में , ५००० युवा मुस्लिम जमा हुए थे , बाइक सवारों की संख्या १००-२०० बताई जा रही है , पर इतने से यातायात व्यवस्था नहीं बिगडती है , तो निश्चित ही बड़ी संख्या में मुस्लिमो ने उत्पात मचाया होगा जिसको पोलिस रोक नहीं सही या शायद रोकना नहीं चाहा , इन मुस्लिम युवाओं ने सारे नियम कायदे तोड़ते हुए दिल्ली के कई इलाको में जम कर हुडदंग की , आते जाते लोगो को टक्कर मारी , यातायात नियमो को तोडा , रोकने वाली पोलिस को भी चोट पहुचाई , जब रोकना चाहा तो मुस्लिमो आतंकी पोलिस पर पथराव करने लगे , सेकड़ो की संख्या के आतंकियों में से सिर्फ ५ गिरफ्तार किये गए, कौन , कहा से , क्यों , क्या पूछताछ हुई , सभी बाते मीडिया ने छुपा ली , उतरांचल में एक हिन्दू बाबा लाश के गरीबी के चलते पैसे उठा लेता है , एक खच्चर वाला अपना पेट भरने के लिए कुछ ज्यादा दाम मांग लेता है तो यह न्यूज़ चैनल वाले सुबह से शाम तक बड़ी बड़ी हेडिंग में उनकी न्यूज़ चलाते है , क्यों की वो हिन्दू है , और ५००० मुस्लिम देश की राजधानी में खुल्लेआम आतंक फैलाते है तो इन मीडिया वालो की , नेताओं की चोंच नहीं खुलती है क्यों की वो मुस्लिम है |
यह कैसी धर्मनिरपेक्षता है ? और यह कैसी व्यवस्था है इस देश की ??
यह मुस्लिमो द्वारा खुले तौर पर चेतावनी है दिल्ली वासियों और हिन्दुओ को , की हम जो चाहे करे हमारा कोई कुछ नहीं कर सकता , न मीडिया , न नेता , और ना ही हिन्दू, जिनका यह देश है |
नरेन्द्र मोदी __ 'देश की धड़कन'
अभी अभी ABP न्यूज़ पर debate देखा , वहाँ एक
काँग्रेस
कुत्ते शांता कुमार ने ये कहा की मोदी जी को उतराखंड
मे
हेलीकाप्टर उतारने इसलिए नहीं दिया गया,
क्योकि वो एक
सेकुलर नेता नहीं है॥
इस उल्लू के पट्ठे को कोई बताए,
की मोदी जी उतराखंड मे पीड़ित
हिन्दू श्रद्धालुओ के सेवा के लिए गए थे॥ न की हज
गए
मुल्लों से मिलने।।
इसे कहते है कॉंग्रेस की गंदी राजनीति। अब यह
सेकुलर
का मुद्दा कहा से आ गया

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