Sunday, May 12, 2013

पोल खुल गयी - अखिलेश यादव की

पोल खुल गयी ---

नीचे दी गयी फोटो कोई साधारण फोटो नहीं है --ये है वो पचास लोग जो बोस्टन स्थित हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से कुम्भ मेला देखने आये थे --और इनको बुलावा भेजा था --उत्तर प्रदेश के युवा मंत्री (प्रोटोकोल) ने ---डेलीगेशन आया --मस्ती की ,और इसी खेल खेल मे तय हुआ की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी मे एक कार्यक्रम किया जाए --जिसको नाम दिया गया 'हार्वर्ड विदआउट बॉर्डर्स- मैपिंग द कुंभ मेला' जिसमे एक गोष्ठी का आयोज़न हो जिसमे मेला आयोजक के तौर पर अखिलेश को और कुंभ मेला समिति के अध्‍यक्ष के तौर पर वरिष्‍ठ मंत्री आजम खां को प्रेजेंटेशन देने के लिए बुलाया जाए --जिससे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी कद भी मोदी जी जैसा हो जाए ----
इस गोष्ठी का आयोज़न यूपी के एक कद्दावर ब्‍यूरोक्रैट की अमेरिका में रहने वाली पत्‍नी के प्रयासों से ही ये पूरा 'आर्गनाइज' किया गया।
अब चौबे जी चले थे छब्बे बनने लेकिन दुबे भी न बन पाए ---सोचा था अमेरिका मे आज़म खान की तलाशी हुयी तो आज़म को भी इसका फायदा मिलेगा --जैसे पूर्व राष्ट्रपति कलाम साहब को मिला था ---लेकिन अब जाहिर है की ये लोग वहां के कोई "सरकारी मेहमान " नहीं थे --वरन इनके उक्त प्रोग्राम इन लोगो द्वारा ही आयोजित था --यही करण है की अखिलेश के द्वारा सिम्पोजियम का बहिष्कार करने के बाद भी अमेरिका के मीडिया मे इनको कोई तरजीह नहीं मिली ---अब जब आजम खान साउथ अफ्रीका से शाही शादी का लुफ्त उठा कर लौटें हैं तो सपा सरकार इसका लाभ उठाने मे लग गयी है --सहानुभूति मिल जाए --एक अल्पसंख्यक की तौहीन का सवाल जो है --
जय जन जय भारत

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