Sunday, March 31, 2013

मोदी के ऊपर केजरीवाल ने आरोप लगाया था

नरेन्द्र मोदी के ऊपर केजरीवाल ने आरोप लगाया था की १००० एकड़ जमीन अदानी ग्रुप को दे दी गयी वो भी कोडियो के भाव में मात्र १०रूपये प्रति मीटर के हिसाब से और लोगो की नज़र में यह दाल दिया की लाखो करोड़ो की जमीन कोडियो के भाव दे दी (दिल्ली से बोला था और दिल्ली के भाव से तुलना कर रहा था)

लेकिन उस जमीन की कीमत मंडी में ३०० रुपया स्क्वायर मीटर है | यानी की कम से कम १६०० करोड़ का नुक्सान किया मोदी जी ने |

अगर इसकी को दुसरे शब्दों में कहे तो १२ लाख एकड़ की जमीन को सरकार ने ४२००० रूपये एकड़ में किराये पर दे दिया और उसमें भी जमीन विकसित किरायेदार करेगा |

अब बारी आती है पूरे सच की | मोदी जी ने जमीन दी लेकिन ठेके पर | अदानी ग्रुप का मालिकाना हक नहीं है जमीन पर | वो सारी जमीन विकसित करने के लिए अदानी ग्रुप को दी और ३० साल बाद उस जमीन पर गुजरात सर्कार का पूरा अधिकार होगा |

यह ठीक वैसा ही है जैसे की सरकार निजी उद्योगों को जमीन देती है सड़क बनाने के लिए और निजी उद्योग कुछ समय तक उसपर टोल वसूलते है |

अब बात करते है की अदानी ग्रुप को ही जमीन इतने सस्ते में क्यूँ दी गयी ? किसी और को क्यूँ नहीं? किसी आम आदमी को क्यूँ नहीं दिया गया | अदानी ग्रुप तो और भी आमिर हो गया लेकिन यह मौका एक आम आदमी को क्यूँ नहीं दिया गया?

इसका जवाब बहुत सरल है! १००० एकड़ जमीन को विकसित करने के लिए हजारो करोड़ो रूपये चाहिए होते है , अब आप खुद सोच सकते है की कौनसा ऐसा आम आदमी है जिसके पास हजारो करोड़ो रूपये है! .. और रही आम आदमी के मुनाफे की तो आम आदमी को तो फ़ायदा ही फ़ायदा है ! उसके लिए रोजगार के अवसर बढेंगे | और आस पास के किसानो को भी बहुत फ़ायदा होगा | जमीन विस्कित होगी तो किसानो की जमीनों का मूल्य भी बढेगा | और सरकार को तो फ़ायदा होगा ही क्यूंकि एक बार उस विकसित जमीन पर कारोबार शुरू हुआ तो सरकार को भी बहुत मोटा टैक्स मिलना शुरू होगा और उस टैक्स से सरकार गुजरात का और तेजी से विकास कर सकती है |

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