Tuesday, March 26, 2013

चुनावी मैदान में प्रियंका


चुनावी मैदान में प्रियंका के उतरने की आहट ==========================

राजनीति की रायबरेली में सोमवार को सोनिया गांधी के एक दिवसीय संक्षिप्त दौरे की चर्चा भले ही खूब हुई हो लेकिन उनके दौरे से पहले एक दौरा उनकी बेटी प्रियंका गांधी का भीहुआ था, जिसके बारे में कोई खबर नहीं आई थी। अपने गाल ब्लैडर के संक्षिप्तआपरेशन के बाद प्रियंका गांधी का यह दौरा सिर्फ हवा पानी बदलने के लिए नहीं था। वे 17 मार्च को जब रायबरेली आईं थी तो रायबरेली में बने गांधी परिवार के राजीव गांधी गेस्ट हाउस में रुकीं तो उन्होंने एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। इससे बहुत पहले अपनी बीमारी के दौरानभी उन्होंने अपने परिचियों को यह संकेत दे दिया था कि वे राजनीति के चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कररही हैं।
अभी तक इस बात के कयास ही लगाये जा रहे थे कि क्या प्रियंका गांधी कभी राजनीति के मैदान में उतरेंगी या भाईराहुल गांधी के लिए ही काम करती रहेंगी लेकिन अब खुद प्रियंका गांधी ने यह कहना शुरू कर दिया है कि वे सक्रिय राजनीति में उतरने जा रही हैं। हाल ही में प्रियंका गांधी वाड्रा एक छोटे से ऑपरेशन के लिए दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती हुईं। अस्पताल में भीड़ न हो, इसलिए मामले को गोपनीय रखा गया था।
लेकिन मामला गांधी परिवार से जुड़ा था, इसलिए खबर तो बननी ही थी। प्रियंका के ऑपरेशन की बात भी आम हो गई। हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने परिवार और कुछ गिने-चुने मित्रों के सिवा किसी को भी आस-पास फटकने नहीं दिया। प्रियंका से मिलने र्गइं उनकी एक मित्र ने जब उनसे स्नेहवश कहा कि अब तुम भरपूर आराम करो तो इस पर प्रियंका ने हंसते हुए कहा कि जो राजनैतिक हालात बन रहे हैं, उससे तो लगता है कि अब उन्हें खुद ही सक्रिय राजनीति में उतरना होगा। प्रियंका ने कहा कि हो सकता है कि उन्हें चुनावभी लड़ना पड़े। शायद यह पहला अवसर है कि प्रियंका ने खुद के चुनाव लड़ने की बात की हो। गांधी परिवार के करीबी एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक 'यह सही है, सोनिया ने रायबरेली को प्रियंका के हवाले कर दिया है।'
सिर्फ बात नहीं हो रही है बल्कि पिछले कुछ समय से जमीनी स्तर पर इसकी तैयारियां भी चल रही हैं। प्रबल संकेत हैं कि जिस तरह सोनिया ने पहले राहुल के लिए अमेठी लोकसभा सीट छोड़ीथी, इस दफा प्रियंका अपनी मां की मौजूदा रायबरेली संसदीय सीट से चुनाव लड़ेंगी। यानी बेटे को पति की विरासत सौंप चुकी सोनिया ने सास इंदिरा गांधी की संसदीय सीट रायबरेली को बेटी प्रियंका के हवाले कर दिया है। सोनिया के संसदीय सीट की प्रतिनिधि के रूप में इस पूरे इलाके में प्रियंका ने लोस चुनाव लड़ने से पहले न सिर्फ अपनी फौज न तैयार कर ली है, बल्कि उसे मैदान पर भी उतार दिया है। अप्रैल से रायबरेली के हर गांव, ब्लाक व तहसील स्तर पर कार्यकर्ता कांग्रेस आपके द्वार कार्यक्रम शुरूकर देंगे। प्रियंका की जमीन पुख्ता करने का काम बिना शोर मचाए, बेहद सुविचरित ढंग से किया गया है।
प्रियंका रायबरेली में रिहर्सल कर चुकी हैं। उन्होंने जिले के सभी 16 ब्लाकों के पार्टी अध्यक्षों के साक्षात्कार लिए और फार्म भरवाकर नियुक्ति की। पांच-छह ग्राम पंचायतों को मिलकर बनने वाली न्याय पंचायत अध्यक्षों के स्तर तक के चुनाव खुद किए। अब यह पूरी टीम तैयार हो गई है तो बाकायदा इनका प्रशिक्षण चल रहा है। पिछले दिनों दिल्ली में राजीव गांधी फाउंडेशन भवन में रायबरेली जिला कांग्रेस कमेटी के 31 सदस्यों, प्रदेश कमेटी में शामिल जिले के लोगों समेत कुल 45 लोगों को सूचना अधिकार कानून के बारे में अरुणा राय के सहायक शंकर ने प्रशिक्षित किया। 17 से 21 मार्च तक रायबरेली और अमेठी सीमा स्थिति राजीव गांधी फाउंडेशन के अतिथिगृह में न्याय पंचायत सदस्यों को पांच दिन तक प्रशिक्षित किया गया। पहले दिन तो प्रियंका खुद रहीं।
सोनिया के क्षेत्र का पूरा जिम्मा संभाल रहीं प्रियंका ने पिछले साल उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में रायबरेली संसदीय क्षेत्र की पांचों सीटों पर कांग्रेस के परास्त होने कोचुनौती की तरह लिया। नेताओं- कार्यकर्ताओं में संवादहीनता को सबसे बड़ी समस्या मानते हुए उन्होंने एक साल में यहां का पूरा संगठन खड़ा कर लिया है।

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