Tuesday, March 19, 2013

कैसे मुर्ख है संसद में


'लड़का पीछा नहीं करेगा तो मोहब्बत होगी कैसे?'

जनता दल (यू) के चीफ शरद यादव ने बड़ा अजीब तर्क दिया। उनका कहना था कि अगर लड़के लड़कियों का पीछा नहीं करेंगे, तो प्यार होगा कैसे? उन्होंने बैठक में कहा, 'मोहब्बत तो अब खत्म ही हो जाएगा। लड़का जब लड़की की तरफ देखेगा नहीं और उसका पीछा नहीं करेगा, तो मोहब्बत होगा कैसे?' आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव भी बिल के प्रावधानों पर चुटकी लेने में पीछे नहीं रहे। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि वह तो अपनी पत्नी को देखने पर भी फंस जाएंगे।

समाजवादी पार्टी के चीफ मुलायम सिंह यादव ने तो हद ही कर दी। उन्होंने कहा कि बिल के कड़े प्रावधानों से तो महिला कर्मचारियों का ट्रांसफर रुकवाने वालों को तो जेल जाना पड़ जाएगा। वह इस बात पर काफी देर तक टिक रहे। उन्होंने इसके समर्थन में जब बिल का वह हिस्सा नेता विपक्ष सुषमा स्वराज को दिखाया, तो माजरा समझ में आया। दरअसल मुलायम सिंह यादव ट्रैफिकिंग (trafficking) को ट्रांसफर (transfer) समझकर कन्फ्यूज थे।

बाद में सुषमा स्वराज ने उन्हें समझाया। उन्होंने कहा, 'ये महिलाओं के गैरकानूनी तरीके से ले जाने और गैर कानूनी काम में लगाने के लिए है। ट्रांसफर-पोस्टि­ंग के लिए नहीं।' समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल वर्मा ने तो बिल बनाने वालों को मानसिक रूप से अनफिट घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि यह बिल मानसिक रूप से अनफिट लोगों ने तैयार किया है

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