Friday, March 1, 2013

यूपी में बच्चे पढ़ रहे हैं, कश्मीर भारत में नहीं


यूपी में बच्चे पढ़ रहे हैं, कश्मीर भारत में नहीं

मेड इन चाइना' ग्लोब में बिगड़ा इंडिया का नक्शा
नोएडा।। स्कूलों में ज्यॉग्रफी का पाठ पढ़ते हुए बच्चे देश का मैप देख-देख कर काफी कुछ बॉर्डर की बारीकियां समझ गए हैं। मगर अब स्कूलों में जैसे नक्शे आ रहे हैं उन्हें देखकर बच्चों का सिर चकरा रहा है। ये नक्शे ग्लोब की शक्ल में मार्केट में मौजूद हैं। इन पर मेड इन चाइना लिखा है और ऐसे ग्लोब के नक्शे में भारत की आधी-अधूरी तस्वीर पेश की गई है। इस तरह चीन ने इंडिया का गलत नक्शा बनाकर उसे हमारे ही देश के स्कूलों तक पहुंचा दिया है। ऐसे ग्लोब की एक तस्वीर जब एक पैरंट्स ने देखी तो उन्होंने एनबीटी के पास इस ग्लोब में विवादित हिस्से को दिखाया। इसमें साफ तौर पर कश्मीर के आसपास चीन और पाकिस्तान की बाउंड्री का हिस्सा ज्यादा दिखाया गया है और इंडिया के नक्शे से छेड़छाड़ की गई है।

सेक्टर-12 निवासी दिव्या को स्कूल में एक ग्लोब दिखाया गया। इस ग्लोब से ज्यॉग्रफी की स्टडी करने को कहा गया है। बच्ची इस ग्लोब को अपने घर ले आई। लेकिन घर में इस ग्लोब को देखकर पैरंट्स हैरान रह गए। उन्होंने इस मुद्दे की संवेदनशीलता को देखकर एनबीटी से संपर्क साधा। नाम नहीं छापने की शर्त पर इस पैरंट्स ने बताया कि बच्चों का मन तो बेहद संवेदनशील होता है। उन्हें क्लास 6 से लेकर 8 तक जो भी पढ़ाया जाता है वह उनके दिलोदिमाग में छा जाता है। गलत नक्शा देखकर उन्होंने यह मुद्दा जनहित में उठाया है।

इस तरह के ग्लोब के बारे में एनसीईआरटी के पूर्व निदेशक जे. एस. राजपूत का कहना है कि यह अति संवेदनशील मुद्दा है। यह केंद्र की व्यवस्था में एक खामी है। इस पर केंद्र सरकार को जल्द हस्तक्षेप करना चाहिए। पहली बात तो स्कूलों को बच्चों के लिए ग्लोब खरीदने से पहले मेड इन चाइना वाले ग्लोब को सोच-समझ कर खरीदना चाहिए था। यदि इसमें देश का मैप गलत ढंग से दिखाया गया है, तो तत्काल ऐसे ग्लोब की बिक्री पर पाबंदी लगानी चाहिए। यह एक साजिश भी हो सकती है जिसमें चीन की तरफ से स्कूलों में ऐसे ग्लोब उतारे गए हैं। इस पर जल्द कदम उठाए जाने चाहिए। मार्केट व स्कूलों में ऐसे ग्लोब कैसे पहुंच रहे हैं, इसकी भी छानबीन की जरूरत है।
 

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