Thursday, January 3, 2013

भारत के पिछडेपन का एक महत्वपूर्ण कारण

आज आपके सामने मैँ बहुत ही महत्वपूर्ण तथ्य रखने जा रहा हू आशा करता हूँ कि आप ध्यान देँगे
ये सभी आँकडे 2012 के हैँ...!!

1. भारत मेँ 33 हजार काँलेज हैँ परन्तु इनमे से एक भी विश्व के 200 मे नहीँ है
2. विश्व शिक्षा सूची मेँ शामिल 181 देशोँ मेँ भारत का स्थान 150 के करीब है
3. गुणवत्ता के हिसाब से 73 देशोँ मेँ 72 वे स्थान पर है
4. बी ए के 10 ग्रेजुएट मेँ से मात्र 1 नौकरी के लायक है
5. बी टेक के 4 ग्रेजुएट मेँ से मात्र 1 नौकरी के लायक है
6. प्रथमिक स्कूलोँ मे 78% बच्चे दाखिला लेते हैँ पर
मात्र 13% उच्च अर्थात 6 कक्षा मेँ दाखिला लेते हैँ
7. भारत के 90% मेँ से 70% विश्व विश्व विद्यालय औसत दर्जे की शिक्षा भी नहीँ दे पा रहे...!!
अब आपको इसके मुख्य कारण बताता हूँ,
1. हमे बचपन से 33%अंक लाने की आदत डाल कर देश मेँ गधे पैदा किये जाते हैँ तथा गरीब को गरीब बना कर रखा जाता है
हालाँकि देश कि जिनके पास हैसियत है वो अपना पेट काट कर अपने बच्चे पब्लिक स्कूलोँ मेँ पढाते पाते हैँ,
2. देश की 75% से ज्यादा आबादी जो 20 रुपये रोज की मोहताज है वो क्या करे?
साथियो मैँ समझता हूँ अब आपको पता चल गया होगा कि आखिर देश मेँ
भुखमरी, बेरोजगारी और भारत के पिछडेपन का एक महत्वपूर्ण कारण पता चल गया होगा...
आप सभी से मेँ निवेदन है कि आप ये बाते अधिक से अधिक लोगोँ तक पहुँचाये
ये देश और हम आपके आभारी रहेँगे...!!

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